Shree Anna Yojana : आज के पेज में हम चर्चा करेंगे श्री अन्न योजना के बारे में आखिर श्री अन्न योजना क्या है इस योजना को जानने से पहले हम जानते हैं श्री अन्न होता क्या है दोस्तों हमारे देश में मोटे अनाज को श्री अन्न अथवा विश्व अन्न कहा जाता है इसके तहत आठ प्रकार के अनाजों को रखा गया है जैसे कि बाजरा, ज्वार, रागी, सावा, कर्ण ने कोदो, कुटकी चीना बताते चले यह स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होते हैं जो कि ग्लूटेन और ग्लाइसेमिक फ्री होते हैं। Shree Anna Yojana
योजना का नाम | Shree Anna Yojana |
घोषणा की गई | वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा |
आवेदन प्रक्रिया | जल्द आने वाली |
लाभार्थी | किसान |
Shree Anna Yojana की शुरुआत
आइए अब हम जानते श्री अन्न योजना के बारे में 1 फरवरी 2023 को जारी 2024 के बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने श्री अन्न योजना की घोषणा की जिसके तहत मोटे अनाजों की पैदावार को बढ़ावा देने के लिए 2200 करोड़ रुपये की बजट का प्रावधान किया गया है। Shree Anna Yojana
Shree Anna Yojana का उद्देश्य
श्री अन्न योजना का उद्देश्य है लोगों को पोषक तत्वों से युक्त अनाज मुहैया कराना आदिवासी एवं सूखाग्रस्त इलाकों को कुपोषण से मुक्ति दिलाना किसानों की आय को दोगुना करना डायबिटीज एवं हृदय रोगियों के लिए लो ग्लाइसेमिक अनाज उपलब्ध कराना और दुनिया में श्री अन्न का ग्लोबल लीडर बनना ये सारे उद्देश्य श्री अन्न योजना के है और साथ ही साथ हम बात करेंगे मोटे अनाजों की रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए। Shree Anna Yojana
Shree Anna Yojana क्यों शुरू की गई है
इसी बजट में इंटरनेशनल मिलेट इंस्टीट्यूट खोलने की भी घोषणा की गई है वर्तमान में अगर हम चर्चा करें कि श्री अन्न योजना की जो बात आई है यह चर्चा में क्यों है इतने लोगों की द्वारा श्री अन्ना यानी कि मोटे अनाजों की चर्चा क्यों करी जारी है तो हम बात करें श्री अन्न प्रतिरोधक क्षमता विकसित करता है।
आए दिन आपने सुना होगा कोरोना काल में प्रतिरोधक क्षमता यानी की इम्युनिटी को लेकर लोगों में एक हाहाकार मचा हुआ था कि किस प्रकार से प्रतिरोधक क्षमता का विकास किया जाए प्रतिरोधक क्षमता विकसित करी जाए और इस श्री अन्ना यानी कि यह जो मोटे अनाज हैं इनमें प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने की बहुत ही अच्छी कैपेसिटी होती है जलवायु परिवर्तन से यह आसानी से प्रभावित नहीं होते हैं। Shree Anna Yojana
इस कारण से हम कह सकते हैं ये किसानों के मित्र होते हैं और कम लागत और कम परिश्रम में ही अच्छा उत्पादन करते हैं मिलेट यानी की बाजरा कोलेस्ट्रोल कम करने और मोटापा कम करने में भी बहुत मददगार होते हैं प्रोटीन फाइबर और पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं श्री अन्य यानी कि जो मोटे अनाज या फिर जिसे कि विश्व श्री अन्य कहा जाता है।
Shree Anna Yojana भारत दुनिया के पांचवें स्थान पर आता है।
अब हम इसके बाद बात करेंगे कि यह दूसरी अन्न योजना है की कोई आर्थिक लाभ भी हैं तो जी हां बिल्कुल है वर्तमान में मोटे अनाजों की मांग तेजी से बढ़ रही है जैसा कि आपको पता होगा कि वर्तमान में मोटे अनाजों की उपयोगिता को देखकर पूरे विश्व में मोटे अनाज यानी की स्त्री अन्न की मांग तेजी से बढ़ रही है।
भारत इस दिशा में ग्लोबल लीडर बनने को तरह से तैयार है भारत भी बाजरा का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक देश है पूरी दुनिया में मोटे अनाजों की कुल पैदावार का इकतालीस प्रतिशत हिस्सा अकेले भारत में उगाया जाता है फिलहाल मोटे अनाजों के निर्यात में भारत दुनिया के पांचवें स्थान पर आता है अगर इस योजना का जो से है इसमें हम सफल होते हैं ग्लोबल लीडर बनकर निकलते हैं। Shree Anna Yojana
तो आपको पता होगा कि इस अन्य का किस किस तरह से मांग जो है तेजी से बढ़ रही है लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जो अवेयरनेस है जो जागरुकता है कोरोना के बाद आई है तो हम कह सकते हैं कि इस अन्न योजना यानी केसरी अन्न योजना का आर्थिक लाभ हमें बहुत ही जल्द देखने को मिलेगा।
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